Lal Kitab Surya

सूर्य ग्रह के लालकिताब उपाय

Lal Kitab Remedies for Sun

हम सभी जानते है की कुंडली में कुल बारह भाव होते है l आप अपनी कुंडली में खुद ही देख सकते है की किस भाव में कौन सा ग्रह ख़राब है , और उसका उपाय कैसे करें l प्रस्तुत लेख में सूर्य के बारह भावों के लालकिताब उपाय दिए जा रहे है, यदि उस भाव में दशा अन्तर्दशा में सूर्य के दुष्परिणाम दिखाई दे रहे हो तो आप निम्न उपाय कर सकते है और उसके अच्छे परिणामों में हमें परहेज रखना होगा l

पहले घर या खाने का सूर्य  : यदि आपकी जन्मकुंडली के पहले खाने में सूर्य है तो इसकी वजह से बाहर से मधुर स्वभाव परंतु अंदर से आग का शोला होंगे। आपका चाल-चलन अच्छा होगा। आप तेजस्वी, प्रतापी, शत्रुहंता होंगे। आप में आत्मसिद्धि, मानसिक रूप से चिन्तित, मान-सम्मान से युक्त होंगे। सत्ता से लगाव, लेखा-जोखा के कार्य में संलग्न, सभी प्रकार की शिक्षा प्राप्ति होगी। आप विचारों के पक्के शराब-नशे से दूर रहने वाले, हर बात में पहल करने वाले, आक्रामक, मुंह तोड़ जवाब देने वाले तथा परिश्रमी होंगे। आप पुरुषार्थ से धन कमा कर धनी होंगे। आप दूसरों की सहायता करेंगे। आप ठोकरें खा-खाकर चमकेंगे। आपको सताने वाला नष्ट हो जाएगा। आपकी प्रसिद्धि और बढ़ेगी। धार्मिक कार्य और परोपकार में धन लगाने से उन्नति होगी। 24 वर्ष की आयु में विवाह शुभ, संतान एवं पत्नी का सुख मिलेगा, अच्छे कार्य में अगुवा रहेंगे। गरीबों के मदद्गार एवं क्रोधी होंगे। आप किसी बात को सुन कर फिर देख कर विश्वास करेंगे। सिर गंज पड़े तो धनवान होने का समय आयेगा, आपके स्वतंत्र विचार रहेंगे और यात्रा से लाभ मिलेगा। सरकारी विभाग में उच्चाधिकारी या सरकारी अधिकारियों से अच्छे संबंध होंगे और उनसे लाभ पा सकते हैं। आप जनता के लाभार्थ कार्य करेंगे।

यदि आपने जनता से दुर्व्यवहार किया या परिवार-कल्याण के कामों में विघ्न पैदा किये या मकान के अंत में अंधेरा कमरा रोशनी में बदला तो आपका सूर्य मंदा हो सकता है या किसी कारण वश सूर्य मंदा हो गया हो तो सूर्य का मंदा असर शारीरिक व हड्डी रोग, दिल की धड़कन तेज आदि प्रतिकूल फल मिलते हैं। क्रोध करने और दुर्वचन बोलने से रक्तचाप का रोग हो सकता है।

यदि आपको लगता है कि आपको उपरोक्त कष्ट है तो निम्नलिखित परहेज और उपाय करें।

परहेज:

  1. मांस-मदिरा का प्रयोग न करें।
  2. दिन के समय चाल-चलन ठीक रखें।

उपाय:

  1. पानी में चीनी डाल कर सूर्य को अर्घ्य देवें।
  2. मकान के अंत में अंधेरी कोठरी/कमरा बनायें।

दुसरे खाने का सूर्य  :  यदि आपकी जन्मकुंडली के दूसरे खाने में सूर्य है। इसकी वजह से आप दानी, भरोसे से काम करने वाले। आप अपने पराक्रम से प्रगति करेंगे। स्वयं उन्नति कर दूसरों के लिए उन्नतिकारक होंगे। स्वयं पराक्रम से धन कमाने वाले, हुनर की कमाई से बरकत पाने वाले। आपको उत्तम सवारी का सुख मिलेगा। आपको तीनों लोकों का सुख प्राप्त होगा। धार्मिक कार्यों में मुखिया बनेंगे। धर्म मंदिर-धर्मशाला का निर्माण करवाएंगे। ससुराल एवं पारिवारिक जीवन सुखमय होगा। माता-पिता/सास-ससुर सगे संबंधियों के लिए अनुकूल तथा परिवार में स्त्रियों के लिए भारी होंगे। आपको सरकार से लाभ मिलेगा और सरकारी अधिकारियों से मान-सम्मान मिलेगा। आप बड़े कारोबार के मालिक भी बन सकते हैं। कर्ण की तरह दानवीर भी बनेंगे।

यदि आपने अपने रिश्तेदारों से जायदाद-धन आदि के लिये मुकद्दमें आदि किये, किसी दूसरे व्यक्ति का माल हड़प किया, सफेद वस्तुएं (चावल-चांदी दूध आदि) मुफ्त ली तो आपका सूर्य मंदा हो सकता है या किसी कारण वश सूर्य मंदा हो गया हो तो सूर्य के मंदे असर से आपकी पत्नी, प्रेमिका तथा धन पर बुरा असर पड़ेगा। माता या मौसी पर भी अशुभ प्रभाव होगा। परिवार में स्त्रियों की संख्या कम होगी। इस हालात में बहन, माता/सास, भाभी पर अशुभ असर पड़ सकता है। माता, बुआ या मौसी विधवा हो सकती है। धन, स्त्री, जमीन के लिये मुकद्दमें झगड़े अगर आप करेंगे तो आपका कुल तक नष्ट हो सकता है।

यदि आपको लगता है कि आपको उपरोक्त कष्ट है तो निम्नलिखित परहेज और उपाय करें।

परहेज:

  1. मुफ्त के माल पर नजर न रखें।
  2. गिफ्ट या दान न लेवें।

उपाय:

  1. नारियल या सरसों का तेल या बादाम धर्म स्थान में देवें।
  2. बुजुर्गी मकान में हैंड पंप लगावें।

तीसरे खाने का सूर्य  : यदि आपकी जन्मकुंडली में तीसरे खाने में सूर्य है। इसकी वजह से आपको परिवार की अधिक जिम्मेदारियों का बोझ पता चलता है और आपकी बहादुरी का आभास भी मिलता है, अर्थात् आप दूसरों की मदद जहां तक कर सकते हैं करेंगे तथा दूसरे लोगों के बर्ताव में आप जहां तक बहादुरी प्रकट करते हैं, करेंगे। आपके घर में आराम के पूरे साधन होंगे। आप उत्साही और फुर्तीले व्यक्ति हैं। आपकी दृष्टि की शक्ति अच्छी है। आप अपने घर में रखे पिस्तौल, बंदूक हथियार आदि सावधानी से रखें। आपके भाई-बंधु और रिश्तेदारों की आर्थिक दशा अच्छी रहेगी। आप अधिक धन खर्च करेंगे। आपके भाई-बहन कई होंगे। आपके साले की आर्थिक हालत अच्छी रहेगी। साले से अच्छा संबंध रहेंगे और उससे लाभ होगा। आप बाग-बगीचा और फलदार वृक्ष लगाएंगे। युवावस्था में आपको कलह से दूर रहना चाहिये। जवानी में बहुत तरक्की करेंगे। गणित और ज्योतिष विद्या में रुचि, सरकारी विभाग से लाभ, मुकद्दमें में जीत होगी।

यदि आपने परिवार वालों से झगड़ा किया, समाज में लोगों को गुमराह किया, ससुराल वालों को तंग किया तो आपका सूर्य मंदा हो सकता है या किसी कारण वश सूर्य मंदा हो गया हो तो सूर्य के मंदे असर से आपके घर में चोरी या बीमारी की आशंका रहेगी। आपके शत्रु भी अधिक होंगे। आपकी किस्मत मे उतार-चढ़ाव भी आ सकता है। आपके घर का मुख्य दरवाजा दक्षिण दिशा होना अशुभ है। आपका धन आपकी आंखों के सामने चोरी हो सकता है। ननिहाल पर मंदा असर रहेगा। बिना लिखा-पढ़ी के आर्थिक लेन-देन से अशुभ फल होंगे।

यदि आपको लगता है कि आपको उपरोक्त कष्ट है तो निम्नलिखित परहेज और उपाय करें।

परहेज:

  1. चोरी के माल से दूर रहें।
  2. बुरे काम न करें।

उपाय:

  1. माता-दादी का आर्शीवाद लेवें।
  2. परस्त्री से अनैतिक संबंध न रखें।

चौथे खाने का सूर्य  : यदि आपकी जन्मकुंडली के चौथे खाने में सूर्य है। इसकी वजह से आप धन एकत्र करते रहेंगे। उस धन का लाभ दूसरे को मिलेगा मगर आपकी संतान करोड़पति होगी। आप नये अविष्कार से लाभ प्राप्त करेंगे। नये कार्यों में सफलता मिलेगी। आप अपना पैतृक कार्य छोड़ कर नया काम करेंगे तो खूब लाभ होगा। आप विदेश में निवास करेंगे। पिता के साथ आपके संबंध अच्छे रहेंगे। पैतृक संपत्ति का लाभ मिलेगा। आप घर में हैंडपंप, कुंआ आदि लगावएं तो शुभ फल होगा और आपके मन में शांति रहेगी। आप 25 से 50 वर्ष की आयु तक खूब लाभ कमाएंगे। आप कपड़े, पानी और दूध के व्यवसाय से खूब लाभ प्राप्त करेंगे। आपको कपड़े के व्यवसाय से अधिक लाभ मिलेगा। आप काफी धन संग्रह कर सकेंगे। आप फलों वाले पेड़-पौधे लगाएंगे। आपका भाग्य अच्छा है। आप अपने काम रात में करें तो अधिक लाभ होगा। आपके घर पर कोई मुसीबत नहीं आएगी। सरकारी विभाग या समुद्र की यात्रा से लाभ मिलेगा, वाहनों से संबंधित कामों में लाभ होगा। पत्नी से लाभ होगा या पत्नी की नौकरी में तरक्की होगी।

यदि आपको चोरी की आदत होगी, दूसरे लोगों के बनते काम बिगाड़े, परस्त्री से अनैतिक संबंध रखें या किसी स्त्री से बदतमीजी की तो आपका सूर्य मंदा हो सकता है या किसी कारण वश सूर्य मंदा हो गया हो तो सूर्य के मंदे असर से औलाद पर बुरा असर पड़ेगा। माता एवं बहन के सुख में हानि हो सकती है। समस्या न होने पर भी आप उदास रहेंगे। माता का मन अशांत एवं स्वास्थ्य ठीक नहीं रहेगा। जीवन में कई कठिनाइयां आ सकती हैं। अगर आप दूसरों के बने बनाये काम बिगाड़ेगे तो रक्तचाप का भय और आपके कार्यों में रुकावटें पैदा होंगी और माता-पिता का सुख कम हो जायेगा।

यदि आपको लगता है कि आपको उपरोक्त कष्ट है तो निम्नलिखित परहेज और उपाय करें।

परहेज:

  1. चोरी की आदत से बचें।
  2. स्त्रियों के झगड़े में न पड़ें।

उपाय:

  1. अंधों को भोजन देवें।
  2. शरीर पर शुद्ध सोना पहनें।

पांचवें खाने का सूर्य  : यदि आपकी जन्मकुंडली के पांचवे खाने में सूर्य हैै। इसकी वजह से आप पढ़ाई में तेज, उच्चशिक्षित, सत्ता पक्ष से लाभ-प्राप्त करेंगे। सुखी माता-पिता से युक्त, अपने घर का भाग्य जगाने वाले, संतान सुख मिलेगा। आप सेवक पुत्र के पिता होंगे। पुत्र प्राप्ति के बाद परिवार में तरक्की होगी। आप सबको साथ लेकर आगे बढ़ने वाले और शूरवीर होंगे, बुढ़ापा सुख से बीतेगा। सरकारी अधिकारियों से मधुर संबंध रखेंगे। यदि राजा सहायक न हो तो फकीर से आपका भला होगा। पारिवारिक उन्नति होगी। पौत्र के जन्म के बाद माली हालात अच्छी हो जाएगी। औलाद की वृद्धि होगी, बुढ़ापे में हर तरह का आराम मिलेगा। मां-बाप का सुख लंबे समय तक मिलेगा। जिंदगी आराम से गुजरेगी। 42 से 47 साल की आयु तक शुभ फल होगा। ज्यों-ज्यों आयु बढ़ेगी, आप का रुतबा अच्छा होता जायेगा। आपको सरकारी विभाग से मान-सम्मान मिलेगा, गुप्त विद्याओं में रुचि रहेगी, अचानक धन प्राप्ति के भी योग हैं।

यदि आपने चाल-चलन खराब किया या बुरे काम किये, संतान से झगड़ा किया सरकारी विभाग से बेईमानी की या झूठ बोलने की आदत होगी तो आपका सूर्य मंदा हो सकता है या किसी कारण वश सूर्य मंदा हो गया हो तो सूर्य का मंदा असर पेट पर पड़ेगा और आपका स्वभाव क्रोधी होगा। पत्नी छोड़े या मर जाए या दूसरी शादी भी हो सकती है, ऐसा शक है। स्त्री की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। स्त्री द्वारा अपमानित भी होना पड़ सकता है। लड़के पर भी बुरा असर हो सकता है। काफी दुःखों का सामना करना पड़ सकता है। औलाद की आर्थिक हालात पर बुरा असर होगा। ननिहाल के लिए अशुभ फल रहेगा। झूठ और बेईमानी से धन हानि का भय और दीर्घ रोग हो सकता है।

यदि आपको लगता है कि आपको उपरोक्त कष्ट है तो निम्नलिखित परहेज और उपाय करें।

परहेज:

  1. झूठ से दूर रहें।
  2. किसी के प्रति मन में ईर्ष्या न रखें।

उपाय:

  1. बुजुर्गी रस्मों-रिवाज बन्द न करें।
  2. साला, जीजा, दोहते या भांजे में से तीन की सेवा करें।

छठे खाने का सूर्य  :  यदि आपकी जन्मकुंडली के छठे खाने में सूर्य पड़ा है। इसकी वजह से आपको ननिहाल से सुख मिलेगा और मुकद्दमें में जीत होगी। मित्र और शत्रु आप से दब कर रहेंगे। आप अपने भाग्य से संतुष्ट रहेंगे। आप अपने भाग्य पर भरोसा रखेंगे, बेफिक्र रहेंगे। आपका जन्म ननिहाल या अस्पताल में हुआ होगा। शारीरिक सुख अच्छा रहेगा। पुत्र जन्म के बाद अगर बुरा समय हो तो अच्छा समय आएगा अर्थात् लड़के की पैदाइश के बाद आपका जीवन स्थिर हो जाएगा और आपका भाग्योदय होगा। पिता का रुतबा और बढ़ेगा। पत्नी एवं संतान का सुख मिलेगा। आप अधिक पुत्रवान होंगे। दूसरी औरत के साथ संबंध रहेगा ऐसी संभावना है। आपके चरित्र पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा। आप अपना काम बदल सकते हैं और उस बदले हुए काम से अच्छा फल मिलेगा। बुढ़ापे में रात का आराम, पूजा-पाठ, दान-पुण्य का शुभ असर मिलेगा। डाक्टर/कैमिस्ट के काम से लाभ होगा।

यदि आपने बहन से धन की ठगी की, सरकारी अधिकारियों से धोखा किया और मुकद्दमेबाजी में अपना ध्यान रखा, हर समय दूसरों की तरफ मांगने की नीयत रखी तो आपका सूर्य मंदा हो सकता है या किसी कारण वश सूर्य मंदा हो गया हो तो सूर्य का मंदा असर, कोर्ट में मुकद्दमों पर अधिक खर्च होगा। पांव में खराबी हो सकती है। पापी ग्रहों के संयोग से बुरा समय आरंभ होगा। जीवन में एक बार पतन होना संभव है। मामा का हाल खराब रहेगा। गुस्सा अधिक आएगा या रक्तचाप का रोग होगा। आपके नौकरी-व्यापार में बार-बार तबदीली हो सकती है। सूर्य का मंदा समय 21-22 साल की उम्र में होगा, स्त्री पर भी बुरा असर पड़ सकता है। आप अपने बाप या बेटे के साथ एक शहर या गांव में रह कर धन नहीं कमा सकते हैं।

यदि आपको लगता है कि आपको उपरोक्त कष्ट है तो निम्नलिखित परहेज और उपाय करें।

परहेज:

  1. बहन से झगड़ा न करें।
  2. समय कैसा भी रहे दान या कर्ज न मांगें।

उपाय:

  1. चांदी या दरिया का पानी घर में कायम करें।
  2. बंदर को गेहूं-गुड़ खिलायें।

सातवें खाने का सूर्य  : यदि आपकी जन्मकुंडली में सातवें खाने में सूर्य है। इसकी वजह से आप सरकारी पद पर हैं तो आपका मिजाज गर्म होगा। जो आपको लाभ देगा। आपके पारिवारिक संबंध सौहार्दपूर्ण रहेंगे। आपके जन्म से पहले मां-बाप की आर्थिक स्थिति खराब परंतु जन्म के बाद ठीक हुई होगी। पराई ममता या दूसरी स्त्री साथ देगी। शरीर पर कोई बुरा असर नहीं पड़ेगा। आपका परिवार ठीक रहेगा। आपकी औलाद के पास धन रहेगा। आपके हौसले बुलंद रहेंगे। आप आला किस्म के मर्द होंगे। आपको बिना यत्न बुजुर्गों का धन मिलेगा। आपके ससुराल वालों से संबंध अच्छे रहेंगे। आप धन की खूब बचत करेंगे। विवाह के बाद किस्मत चमकेगी, आपका पत्नी के अतिरिक्त और भी औरतों से संबंध हो सकते हैं या दो विवाह भी हो सकते है। आपकी लड़की अच्छे घर में ब्याही जाएगी। भागीदारी के कामों से लाभ मिलेगा। आपकी ज्योतिष, कर्मकांड में रुचि रहेगी। अंत समय में आप अपने घर पर ही मौजूद रहेंगे।

यदि आपने भागीदार से झगड़ा किया, धन के लिए ससुराल वालों को तंग किया, झूठ-झूठ में विश्वास रखा, सरकार का टैक्स चुराया तो आपका सूर्य मंदा हो सकता है या किसी कारण वश सूर्य मंदा हो गया हो तो सूर्य के मंदे असर से ससुराल के खानदान का समय बिगड़ जाएगा। पत्नी अस्वस्थ्य हो सकती है। 25 वर्ष तक स्त्री का सुख मंदा रहेगा। यदि आप नौकरी या व्यापार करते हैं स्वभाव गर्म होगा तो हानि होगी। सरकारी विभाग में नौकरी हैं तो गर्म स्वभाव रखना आपकी आदत होगी। कभी-कभी नर संतान से परेशानी रहेगी या आपके परिवार में लड़का नंगा या पागल हो सकता है। । यदि आप चोरी-ठगी करेंगे तो आर्थिक स्थिति खराब होती जायेगी। ज्यादा गुस्सा करना, खुदगर्जी, खुशामदी बर्बादी की निशानी हो सकती है। आपके पैर में कुछ तकलीफ होगी। पत्नी से झगड़ा, जुदाई या तलाक हो, ऐसी आशंका है।

यदि आपको लगता है कि आपको उपरोक्त कष्ट है तो निम्नलिखित परहेज और उपाय करें।

परहेज:

  1. नौकरी करते हैं या दुकानदार हैं तो गर्म मिजाज न रहें।
  2. सरकारी विभाग में नौकर हैं तो गर्म मिजाज रखें।

उपाय:

  1. घर से काम पर जाते समय चीनी खाकर पानी पीकर जायें।
  2. रात को रोटी पकाने के बाद गैस-चूल्हा या चूल्हे की आग दूध के छींटे देकर बुझावें। वह गैस चूल्हा या चूल्हा/सूर्योदय से पहले न जलावें।

आठवें खाने का सूर्य  : यदि आपकी जन्मकुंडली में सूर्य आठवें खाने में है। इसकी वजह से आप बहुत गुस्सा करेंगे। आप अधीर, स्त्रियों के लिए लालायित, सच्चाई से आगे बढ़ने वाले, तपस्वी होंगे। मरने के वक्त आपको भयानक रोग या कष्ट नहीं होगा। आपकी आयु की रक्षा होगी। बहन की ससुराल में रह कर चोरी न करें तो अच्छा फल मिलेगा। यदि आप चोरी न करें तो भाग्यशाली होंगे। आपके सामने किसी की मौत नहीं होगी। आप बीमार व्यक्ति के पास बैठें तो रोगी स्वस्थ हो जाएगा। आमतौर पर आपका जीवन सुखी रहेगा। आप सच्चे और नर्म स्वभाव के होंगे। कभी तिरस्कृत भी होना पड़ सकता है। आप हर काम करने के लिए प्रयत्नशील रहेंगे। आपके धन का दूसरे लोग भी उपयोग करेंगे। आपका साधु स्वभाव होगा तो अपने लिये किये कार्यों को संसार को समर्पित करने की आप में भावना भी रहेगी।

यदि आपने स्त्रियों से झगड़ा किया, ससुराल वालों को धन के लिए तंग किया, चोरी ठगी की नियत रखी, दक्षिण दिशा के मुख्य दरवाजे वाले मकान में रिहाईश की तो आपका सूर्य मंदा हो सकता है या किसी कारण वश सूर्य मंदा हो गया हो तो सूर्य के मंदे असर से गुप्त रोग से दुःखी, अस्वस्थ रहेंगे। सरकारी विभाग से परेशानी, आर्थिक स्थिति खराब और आंखों की रोशनी कम हो सकती है। गंदी सोहबत में पड़ कर आप तबाह हो जाएंगे। आप पत्नी के अलावा दूसरी औरत से संबंध रखेंगे तो आपके भाग्य में धोखा लिखा है। जहरीले जीव-जंतुओं से सावधान रहें ये आपके मौत के कारण हो सकते हैं। आपको पीठ में दर्द, रक्तचाप की बीमारी हो सकती है। आपको आर्थिक नुकसान की आशंका है।

यदि आपको लगता है कि आपको उपरोक्त कष्ट है तो निम्नलिखित परहेज और उपाय करें।

परहेज:

  1. रसोई को अपवित्र न बनायें।
  2. परस्त्री से अनैतिक संबंध न रखें।

उपाय:

  1. बड़े भाई या गाय की सेवा करें।
  2. पानी में चीनी डाल कर सूर्य को जल देवें।

नौवें खाने का सूर्य  : यदि आपकी जन्मकुंडली में नौवें खाने में सूर्य है। इसकी वजह से आप भाग्यवान होंगे। आपको उत्तम वाहन सुख मिलेगा। बड़े परिवार से युक्त रहेंगे। आप परोपकारी होंगे। आप अपनी सात पुश्तों को तारने वाले होंगे। आप अपने खानदान के लिए पूरा जीवन न्यौछावर कर देंगे। 22वें वर्ष में आपके जीवन पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा। माता-पिता की कृपा से राजदरबार में इज्जत मिलेगी। तीर्थ यात्रा करने से आपके जीवन पर अच्छा असर पड़ेगा। आपके परंपरागत काम या सरकारी ठेकेदारी के धंधे से लाभ होगा। आपको माता-पिता का अच्छा सुख मिलेगा। आपकी बचपन में परवरिश खानदानी ढंग तथा सुख साधन से होगी। आप खानदान के लिए त्याग करेंगे और आप परोपकारी होंगे। आप पोते-पड़पोते के जन्म की खुशियां देखेंगे। पैसे की तंगी नहीं रहेगी। आप दूसरों की बीमारी दूर करने में मदद करेंगे। आपके पिता को सरकार पक्ष से लाभ होगा। बहुत बड़े परिवार को पालने का जिम्मा आप पर हो सकता है। धार्मिक कार्यों से तरक्की और कीर्ति मिलेगी। स्वपराक्रम से अपनी किस्मत का सितारा चमकायेंगे। सरकारी विभाग में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा, राजा या राजा तुल्य जीवन होगा, नौकरी-व्यापार में लाभ होगा।

यदि आपकी रसोई में उल्टे या बहुत समय से पुराने खाली बर्तन पड़े रहे, मकान का मुख्य दरवाजा पश्चिम दिशा में हुआ, भाई-बहन से झगड़ा किया तो आपका सूर्य मंदा हो सकता है या किसी कारण वश सूर्य मंदा हो गया हो तो सूर्य के मंदे असर से स्वभाव अति उग्र या अति नम्र स्वभाव रहने से सर्वस्व खोना पड़ सकता है। गिफ्ट/मुफ्त का माल या दान खाने से हर तरफ हानि होगी, यात्रा में कष्ट होगा, बहन-भाई द्वारा विरोध और किस्मत का बुरा असर शुरु हो जायेगा। कई बार आपको नेकी का बदला बुराई में मिल सकता है और जिसके साथ आप संबंध रखेंगे उसी की हानि होगी।

यदि आपको लगता है कि आपको उपरोक्त कष्ट है तो निम्नलिखित परहेज और उपाय करें।

परहेज:

  1. मुफ्त या दान के माल से दूर रहें।
  2. बहुत नर्म या बहुत गर्म स्वभाव न रखें।

उपाय:

  1. पीतल के बर्तनों का प्रयोग करें।
  2. सूर्य ग्रहण के समय 4 सूखे नारियल जल में प्रवाहित करें।

दसवें घर या खाने का सूर्य  : यदि आपकी जन्मकुंडली में सूर्य दसवें खाने में बैठा है। इसकी वजह से आप किसी संस्था के प्रधान, जज, सरपंच, नेता भी हो सकते हैं। आप किसी से धोखा-फरेब नहीं करेंगे। सरकारी विभाग, नौकरी-व्यापार में धन-लाभ, मान-सम्मान मिलेगा। नौकर-चाकरों का अच्छा सुख मिलेगा। राज्य पक्ष से लाभान्वित होंगे। आप बहुत वहम करेंगे। संतान पक्ष कमजोर रहेगा। 19 वर्ष की उम्र के लगभग पिता से दूर होना पड़ सकता है। आपको इज्जत, सेहत और दौलत का सुख मिलेगा। परिवार में कोई व्यक्ति उच्चपद पर संस्था प्रधान या सरकार द्वारा सम्मानित होगा।

यदि आपके मकान का मुख्य दरवाजा पश्चिम दिशा में हुआ, नंगा सिर रखने की आदत रही, अपना भेद दूसरों को बताया तो आपका सूर्य मंदा हो सकता है या किसी कारण वश सूर्य मंदा हो गया हो तो सूर्य के मंदे असर से 34 वर्ष की आयु तक का समय कष्टमय रहेगा। आप मशीनरी या लकड़ी से संबंधित नौकरी-व्यापार करेंगे तो हानि होगी। खानदानी विरासत और पिता का सुख कम मिलेगा। लकड़ी, लोहा, भैंसों से संबंधित व्यापार या काली चीजों के व्यापार से नुकसान होगा। आपके घुटने में दर्द हो सकता है। आपकी आंखों की नजर और उम्र पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। ससुराल में रहना ससुराल पक्ष वालों के साथ कोयले, बिजली का धंधा करने से हानि होगी। सत्ता से परेशानियां भी रहेंगी।

यदि आपको लगता है कि आपको उपरोक्त कष्ट है तो निम्नलिखित परहेज और उपाय करें।

परहेज:

  1. अपना भेद किसी को भी न देवें।
  2. सूर्य की रोशनी नंगे सिर पर न पड़े।

उपाय:

  1. सिर पर सफेद या शरबती पगड़ी या टोपी पहनें।
  2. बुजुर्गी मकान में हैंड पंप लगावें।

ग्यारवें घर या खाने का सूर्य  : यदि आपकी जन्मकुंडली में ग्यारहवें खाने में सूर्य पड़ा है। इसकी वजह से आपकी इच्छाएं बहुत ऊंची होंगी और पूर्ण भी होंगी। आप पूर्ण धार्मिक विचारों के होंगे। सत्तापक्ष से लाभ होगा। आपको ऐशो-आराम मिलेगा और जीवन उत्तम रहेगा। आपको तीन पुत्रों का सुख मिलेगा। आप बाहर से संुदर दिखने वाला मकान बनाएंगे। आप अमीरी जीवन व्यतीत करेंगे। सुस्ती और लापरवाही से जीवन में आए शुभ अवसरों को आप खो सकते हैं। आपके जीवन की आखिरी अवस्था अच्छी बीतेगी। आपकी उन्नति होती रहेगी। आप आस्तिक होंगे। आपके अपने सरकल में अच्छे ताल्लुकात बनेंगे। बुराई के कामों से आप हमेशा दूर रहेंगे। आप शाकाहारी होंगे और आज्ञाकारी स्त्री व संतान का सुख मिलेगा। जीवन में सभी सुख-सुविधाएं मिलेंगी। आपके पूरे परिवार का धार्मिक होना शुभ होगा।

यदि आपने पब्लिक को लाभ देने की बजाय उल्टे उनका काम बिगाड़ा, भेड़-बकरी मारी या भेड़-बकरी का मांस खाया, पिता के बहन-भाई से झगड़ा किया तो आपका सूर्य मंदा हो सकता है या किसी कारण वश सूर्य मंदा हो गया हो तो सूर्य के मंदे असर से पिता के बहन भाई अशुभ फल देंगे। शराब पीने, मांस खाने और झूठ बोलने से चारों ओर अंधेरा ही अंधेरा नजर आएगा। आपको सपने में सांप दिखें तो, इसका अशुभ फल होगा। दूसरे को गाली देना, लड़ाई-झगड़ा करना, झूठी गवाही देने पर किसी की अमानत में खयानत करने से आपका जीवन बर्बाद हो सकता है। पुत्र जन्म में बाधा या पुत्र सुख नहीं मिलेगा। झूठ बोलने से आपकी शक्ति कम होगी। यात्रा में चोट-हानि का भय रहेगा।

यदि आपको लगता है कि आपको उपरोक्त कष्ट है तो निम्नलिखित परहेज और उपाय करें।

परहेज:

  1. झूठ-झूठ से परहेज रखें।
  2. शराब-मांस-मछली का प्रयोग न करें।

उपाय:

  1. मूली का दान करें।
  2. पानी में चीनी डाल कर सूर्य को जल देवें।

संतान सुख और संतान की लंबी आयु के लिए –

  1. 45 वर्ष की आयु में कसाई से बकरा छुड़ा कर जंगल में खुला छोड़ दें।
  2. 43 दिन तक रेत पर बिस्तर लगा कर सोयें।

बारहवें घर या खाने का सूर्य  : यदि आपकी जन्मकुंडली में सूर्य बारहवें खाने में पड़ा है। इसकी वजह से आप घर के बाहर जाकर साधू बनना चाहो तो साधू न बन कर जागीरदार बनेंगे। आपको बड़े-बड़े कामों से धन मिलेगा। डाक्टर/कैमिस्ट के कामों से लाभ मिलेगा। सुख की नींद सोएंगे। नौकरी-व्यापार में शुभ फल मिलेगा। आपके ऊपर बुजुर्गों का आशीर्वाद रहेगा। आपके मकान में रौनक रहेगी। आप अंतिम समय में भी सुख से समय बिताएंगे। आध्यात्म और ध्यान मार्ग में सफलता मिलेगी। गुप्त विद्याओं में रुचि रहेगी, विदेश संबंधी कामों से लाभ मिलेगा या विदेश में निवास का योग है। आटा या चक्की के कामों से भी लाभ मिल सकता है।

यदि आपकी बिना आंगन के मकान में रिहाईश होगी, नीच या विधवा स्त्री से संबंध होंगे, अमानत में खयानत की, बिजली का सामान मुफ्त लिया तो आपका सूर्य मंदा हो सकता है या किसी कारण वश सूर्य मंदा हो गया हो तो सूर्य के मंदे असर से आप अधम, नेत्र रोगी, दिमागी खराबी, आग की तरह जलते रहने वाले होंगे। आंखों की रोशनी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। आप काली चीजों, लकड़ी, बिजली के काम से संबंधित नौकरी-व्यापार में नुकसान उठाएंगे। आपको मैकेनिकल काम से भी नुकसान होगा। मकान बनवाने, लोहे, तेल, राशन, कच्चे कोयले के काम में भारी नुकसान होगा। नीच या विधवा स्त्री से आपका संबंध रहने से आपकी और बुजुर्गों की संपत्ति का नाश होगा।

यदि आपको लगता है कि आपको उपरोक्त कष्ट है तो निम्नलिखित परहेज और उपाय करें।

परहेज:

  1. बिजली का सामान मुफ्त न लेवें।
  2. किसी की अमानत में खयानत न करें।

उपाय:

  1. भूरी चीटियों को त्रिचौली डालें।
  2. पानी में चीनी डाल कर सूर्य को जल देवें।

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